17 Jun, 2021 → by ClaimboUser538865
सबरत रय सहर इणडय क दवर भगतन क नम पर नवशक क सथ धखधड एव मशकपरतरण दन क सबध म
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सबरत रय सहर इणडय न नवशक क सथ पछल दस वरष स नवशत रश क भगतन न दकर भखर बन दय ह, इसक कई भ परबधक न त जबब दत ह और न भगतन करत ह! लकन सबरत रय मडय म आकर जरर बलत ह क नवशक क भगतन इतन करड कर दय! ऐस झठ एव गर हआ ईशन मन अपन जदग म नह दख ह! सबरत रय न ऐस-ऐस दलल क कमशन पर रख ह क दन रत सबरत रय क तलव चट! भगतन क नम पर सब और सपरम करट पर दषरपण करग, लकन य नह बतयग क कश हन क बद क नवशक क नवशत रश क भगतन कय नह करत ह? एबरग क बद बल नवशत रश क भगतन म कय दककत ह? इसक मश बलकल गलत ह, य नवशक क कवल धख दकर मशकपरतरण द रह ह! account nos.:502474****5-50247****95 and 502480****8-50248****40 Pratima Kumari Patna.